नितेश सैनी/सुंदरनगर
भोजपुर बाजार स्थित पांडव कालीन गणपति मंदिर के कपाट 20 साल के बाद खुले हैं। बाजार के व्यापारियों सहित श्रद्धालुओं में मंदिर के कपाट खुलने और संकीर्तन कार्यक्रम के आयोजन से भारी उत्साह देखा गया है। गणपति मंदिर में हवन यज्ञ कर सुधी उपरांत शारदीय नवरात्रों में धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं। श्रद्धालुओं और आयोजकों ने मंदिर परिसर की सफाई कर टूटे-फूटे छत की मुरम्मत आदि कर मंदिर को निखारा है।
भगवान गणपति की मूर्ति और परिसर में संकीर्तन कार्यक्रम के आयोजन किए जा रहे हैं। आयोजक पक्ष में संजीव शास्त्री ने कहा कि किन्ही कारणों से पाषाण शैली से निर्मित मंदिर के कपाट बीते 20 वर्ष से बंद रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब मंदिर भक्तों व श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु निरंतर खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि मंदिर के जीर्णोद्धार किया जाएगा। जबकि नवरात्रों में विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना और चल रहे संकीर्तन कार्यक्रम का हवन में पूर्णाहुति डाली जाएगी। श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया जाएगा।