अमरप्रीत सिंह/सोलन
शहर में भी डेंगू अपनी दस्तक दे चुका है। इस का खुलासा तब हुआ जब क्षेत्रीय अस्पताल में डेंगू से ग्रसित दस मामले पॉजिटिव पाए गाए। आप को बता दें कि डेंगू की शुरुआत सोलन में परवाणु से हुई फिर धीरे-धीरे इस ने जाबली, नालगढ़ व बद्दी में अपने पांव पसारने आरम्भ किए। अब यह जानलेवा बिमारी सोलन तक पहुंच चुकी है।अगर डेंगू मच्छर लगातार अपने पांव पसार रहा है, तो इस से यह साफ़ होता है, कि लापरवाह स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों पर नियंत्रण रखने के लिए कारगर कदम नहीं उठाए। अगर विभाग समय पर अलर्ट होता तो इसे परवाणु से ही नियंत्रण किया जा सकता था। इसे जिला में फैलने से पहले ही खत्म किया जा सकता था।
अधिक जानकारी देते हुए चिकित्सक राजकुमार ने बताया कि सोलन में डेंगू के दस मरीज आए थे। जिनका अस्पताल में इलाज किया गया। जिनमें से आठ मरीजों को छुट्टी दे दी गई है, वहीँ दो और डेंगू से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है।उन्होंने जनता को हिदायत दी है, कि वह अपने घरों में पानी को खड़ा न होने दे क्योंकि खड़े पानी में डेंगू, मच्छरों के लारवा पनपते है। डेंगू फैलने का सबसे बड़ा कारण लगातार हो रही बरसात को बताया जिसकी वजह से पानी जगह-जगह एकत्र हो रहा है। उस पर लारवा पनप रहा है। इसलिए डेंगू से बचने का एक मात्र उपाय है, कि बरसात के पानी को घर के आस-पास खड़ा न होने दें |
आप को बता दें की सोलन में भी डेंगू दस्तक दे चुका है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद द्वारा अभी तक न तो फोगिंग की जा रही है और न ही कोई कारगर कदम उठाए जा रहे है। यहाँ भी दोनों विभाग परवाणु की तरह लापरवाही बरत रहे है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ सकता है।