एमबीएम न्यूज़ / कुल्लू
वन, परिवहन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रम कानूनों का पालन और श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है, ताकि किसी भी क्षेत्र में कार्य कर रहे कामगारों के अधिकारों का हनन न हो सके। रविवार को कुल्लू के निकट ग्राम पंचायत बाशिंग में हिमाचल प्रदेश भवन एवं निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित किए गए वस्तु वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए गोविंद सिंह ठाकुर ने यह जानकारी दी।
वन मंत्री ने कहा कि कामगारों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हिमाचल में भवन एवं निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। इसके माध्यम से कामगारों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। गोविंद सिंह ने कहा कि बोर्ड द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लाभार्थी कामगार के परिवार के अन्य सदस्यों को तीस हजार रुपए तक मुफ्त इलाज का प्रावधान है।
कामगारों के दो बच्चों की शिक्षा के लिए भी वित्तीय मदद प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत 3000 से 25000 रूपए तक आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके अलावा दो बच्चों की शादी के लिए 35-35 हजार रूपए की सहायता का भी प्रावधान हैै। कार्यक्रम के दौरान वन मंत्री ने 104 महिला कामगारों को साइकिलें, 5 को वाशिंग मशीन, 80 सोलर लैंप और 49 कामगारों को इंडक्शन हीटर वितरित किए। उन्होंने 58 कामगारों के बच्चों की पढ़ाई के लिए कुल पांच लाख रुपए की धनराशि भी प्रदान की।
इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य लेखपाल ने वन मंत्री व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर पंचायत प्रधान विवेक सेन, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवराज बौद्ध, जिला परिषद के पूर्व सदस्य दिनेश सेन, पूर्व बीडीसी सदस्य शिव चंद, श्रम अधिकारों व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। कार्यक्रम से पहले वन मंत्री ने बाशिंग गांव में पौधारोपण किया।
सरस्वती मंदिर बाशिंग में जिला स्तरीय संस्कृत भारती द्वारा आयोजित संस्कृत सम्मेलन में मुख्यअतिथि ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संस्कृत एक प्राचीन भाषा है। यह अन्य सभी भाषाओं की जननी है। इस प्राचीन भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है।