एमबीएम न्यूज़ / बद्दी
महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय बरोटीवाला में पीसीजे स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा 5वीं सात दिवसीय अनुसंधान कार्यविधि और सांख्यकी विश्लेषण पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ मुख्यातिथि विश्वविद्
इस अवसर पर संस्थान के कुलपति प्रो. गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उदेश्य शिक्षकों, रिसचर्स और उद्योग जगत से जुडे लोगों को शोध के नवीनतम उपागमों से अवगत कराना है। उन्होने प्रतिभागिताओं के प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें अधिकृत, मान्यता प्राप्त व पूर्व में स्वीकृत सिद्धांतों के साथ-साथ नई अवधारणों व अनुसंधान की तलाश करना भी जरूरी है। कार्यशाला की समन्वयक एवं स्कूल आफ मैनेजमेंट की निदेशिका डा. शैफाली वर्मा ने आए हुए सभी मेहमानों व प्रतिभागिताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं से युवा शोधकर्ताओं को उनके शाोध लेखन कौशल बढाने के साथ-साथ अनुसंधान की सही पद्धति का उपयोग करने में मदद मिलेगी।
प्रो. एनएस बिष्ट, सलाहकार, विश्व बैंक और पूर्व निदेशक अर्थशास्त्र विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने अपने संबोधन में संख्यात्मक व गुणात्मक शोध के नये क्षेत्रों पर प्रकाश डाला। प्रो. बिष्ट ने नवीनतम अनुंसधान तकनीकी के महत्व तथा शोध के लिए उनके उपयोग पर जोर दिया। उद्धाटन समारोह के अंत में रजिस्ट्रार डा. वीके वत्स द्वारा धन्यावाद ज्ञापन दिया गया। कार्यशाला का पहला सत्र विशेष अतिथि व वक्ता के रूप में उपस्थित प्रो. पीके तनेजा, आईआईपीए नई दिल्ली द्वारा लिया गया।
जिसमें उन्होने शोध के प्रकार, साहित्य समीक्षा और डेटा एकत्र करने के स्रोतो के महत्व के बारे में अपने विचार रखे। 15 जुलाई तक चलने वाली इस कार्यशाला में आने वाले दिनों में विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिष्ठित प्रोफेसर अनुसंधान के विभिन्न मानको पर विस्तार से चर्चा करेगें। कार्यशाला में विभिन्न राज्यों से 50 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई। इस अवसर पर एडवोकेट एवं पार्षद नगर परिषद बददी संदीप सचदेवा भी उपस्थित थे।