नितेश सैनी/सुंदरनगर
उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत भौर के भरडवान गांव के लिए सडक़ मार्ग न होने के कारण किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भरडवान गांव के लिए पिछले करीब छ: सालों से सडक़ का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी यह निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। आधी अधूरी सडक़ भी रख-रखाव न होने के कारण लगातार अपना अस्तित्व खोती जा रही है।
ऐसे में गांववासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आधी अधूरी निर्मित सडक़ में अनेक स्थानो पर बड़े-बड़े गडढे पड़ चुके हैं जिस कारण इस पर आना जाना भी मुश्किलों भरा हो गया है।
स्थानीय निवासी बृजलाल ने बताया कि गांव के सभी लोग टमाटर की खेती करते हैं। सडक़ की हालत खराब होने के कारण जहां बाहरी राज्यों के व्यापारी उनके गांव तक नहीं पहुंचते हैं वहीं उन्हें रेहडिय़ों पर टमाटर लादकर करीब दो किलोमीटर की दूरी पर ले जाकर औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है।
इस गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेतीबाड़ी ही है। परंतु सरकार की अनदेखी के कारण गांव अब भी मूलभूत सुविधाओं से महरूम है। एक तो किसानों को टमाटर का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है वहीं गावं के लिए सही तरीके से सडक़ न होने के कारण व्यापारियों तक अपने उत्पादों को पहुंचाने के लिए चार गुना मेहनत करनी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने मांग उठाई है कि शीघ्र अतिशीघ्र इस सडक़ का निर्माण कार्य पूरा किया जाए। इसका उचित रख-रखाव करने के बारे भी पुख्ता इंतजाम किए जाए, ताकि उन्हें अपने उत्पादों को बाजार तक लाने में परेशानियों का सामना न करना पड़े।