नितेश सैनी / सुंदरनगर
साकार संस्था डोढ़वां दिव्यांग बच्चों के लिए ईश्वर का वरदान बनकर सिद्ध हुई है। जो बच्चे घरों से बाहर नहीं निकलते थे। वह आज इस संस्था में पढ़ाई करके आत्मनिर्भर बन रहे है। अपने अपने बच्चों को ऐसा पास अभिभावक भी गदगद है। लेकिन कुछ दिनों से इस संस्था के बारें में सोशल मीडिया में किए जा रहे भ्रामक प्रचार से संस्था का प्रबंधन वर्ग और वहां पर पढ़ रहे छह दर्जन के करीब दिव्यांग बच्चों के परिजन ऐसे गैर-जिम्मेदाराना रवैया से काफी आहत है।
इस संदर्भ में लोक निर्माण विभाग सुंदरनगर के विश्राम गृह में साकार संस्था के प्रबंधन वर्ग व वहां पर पढ़ रहे छह दर्जन के करीब दिव्यांग बच्चों के परिजनों का कहना है कि अगर यह संस्था न होती तो उनके बच्चे घरों में पड़े रहते। उन्होंने कहा कि संस्था के प्रबंधन वर्ग पर लगाए गए तमाम आरोप तथ्यहीन है और संस्था को बदनाम करने की साजिश है।
उन्होंने कहा कि भगवान के सताए हुए इस काडर को और क्या सताया जा सकता है। संस्था के अध्यक्ष शीतला शर्मा, महेश शर्मा, मनोज कुमार, परिजनों में चंद्रशेखर, कांता देवी, नवनीत पूरी, पूर्ण समेत अन्य लोगों का कहना है कि संस्था के निकाली गई शिक्षिका प्रियंका शर्मा के इशारे पर कुछ लोगो ने संस्था को बदनाम करने की साजिश मिलकर रची है।
जिनके खिलाफ संस्था जल्द ही मान हानि का मुकदमा दायरे करेगी। भ्रामक प्रचार करने की एवज में संलिप्त अन्य पहलूओं को भी साथ में लिया जाएगा। जिन्होंने बिना जांचे परखे यह कलंक संस्था के नाम पर लगाया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही साकार संस्था सुंदरनगर, पद्धर के बाद कांगु में भी ठाकुर राजा के सहयोग से केंद्र खोलने जा रही है।
जिसका विधिवत उदघाटन सुंदरनगर के विधायक राकेश जंवाल 10 जुलाई को करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बाद मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के गृह विस क्षेत्र में भी केंद्र खोला जाएगा।