एमबीएम न्यूज़/ शिमला
एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने बुधवार को विश्वविद्यालय में बड़ी हुई हॉस्टल फीस के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। एसएफआई ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हॉस्टल कॉन्टिन्यूशन फ़ीस में 10% की वृद्धि की गई है। जिसके तहत जनरल कैटेगरी में 408 रुपए की वृद्धि हुई है तथा अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 287 रुपए बढ़ाए गए हैं ।
एसएफआई ने बढ़ी हुई फीसों के खिलाफ पहले पिंक पेटल पर विरोध प्रदर्शन किया। उसके पश्चात कुलपति कार्यालय में कुलपति राजेंद्र चौहान का घेराव किया। एसएफआई ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बिना किसी नोटिफिकेशन के जारी किए विश्वविद्यालय में फीस बढ़ाई गई है। कुछ छात्रों से अतिरिक्त फीस वसूली भी गई है। एसएफआई ने कुलपति से मांग की कि जल्द से जल्द फीस बढ़ोतरी का निर्णय वापस लिया जाए।
जिन छात्रों से फीस ले ली गई है उन्हें उनकी फ़ीस वापिस की जाए। विश्वविद्यालय कुलपति राजेंद्र चौहान ने कहा कि फीस बढ़ोतरी का निर्णय पुनः विचार हेतु कमेटी को भेज दिया गया है। जब तक कमेटी का निर्णय नहीं आता छात्रों से अतिरिक्त फ़ीस नहीं ली जाएगी। कुलपति ने आश्वस्त किया है कि फ़ीस बढ़ोतरी का निर्णय वापिस लिया जाएगा। जिन छात्रों ने फ़ीस जमा करवा दी है। उन्हें फ़ीस वापिस की जाएगी।
एसएफआई ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द इस बढ़ी हुई फीस का निर्णय वापस ले। जिन छात्रों से अतिरिक्त फीस वसूली गई है, उन्हें उनकी फीस लौटाई जाए। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन फ़ीस बढ़ोतरी का निर्णय वापिस नहीं लेता है, तो एसएफआई तमाम छात्र समुदाय को लामबंद कर परिसर में उग्र आंदोलन करेगी। जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेवार होगा।