एमबीएम न्यूज / नाहन
आपको विश्वास करना मुश्किल हो सकता है, हिमाचल पुलिस इतनी तेजतर्रार भी हो सकती है कि 32 साल बाद चोरी की वारदात में अपराधी को गिरफ्तार कर ले। लेकिन यह हकीकत है कि पुलिस ने पांवटा साहिब में एक चोरी की वारदात में संलिप्त अधेड़ को 32 साल बाद अरेस्ट किया है।
पांवटा पुलिस ने एक अप्रैल 1986 को आईपीसी की धारा-381 के तहत मामला दर्ज किया था। 10 साल तक कोई सुराग न मिलने के बाद अनट्रेस घोषित कर दिया गया। इस घटना के आरोपी जय इन्द्र सिंह उर्फ आशा राम पुत्र अभय सिंह निवासी उत्तरकाशी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वारदात के वक्त आरोपी 21 साल का था, जिसकी उम्र अब 53 साल हो चुकी है। हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं माना जा सकता, लेकिन संभव है कि 32 साल बाद किसी अपराधी की गिरफ्तारी का यह खुद में एक रिकॉर्ड हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक आपराधिक प्रवृति का आरोपी दिल्ली के साहिबाबाद में पहचान बदल कर रहा था, जिसे लोग जयेन्द्र के नाम से जानते थे। पिता का नाम अभी सिंह लिखा हुआ था, लेकिन एसपी रोहित मालपानी की टीम भी बेहद तेजतर्रार निकली। साइबर व पीओ सैल के संयुक्त प्रयास से भगौड़े जय इन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।
खास बात यह है कि एसपी रोहित मालपानी के नेतृत्व में पुलिस भगौड़ों को गिरफ्तार करने में एक रिकॉर्ड बनाने की तरफ अग्रसर है। महज 11 महीने में 29 भगौड़ों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है। एसपी रोहित मालपानी का कहना है कि 9 अप्रैल 1996 को अनट्रेस रिपोर्ट बनी थी, जिसे अब पुन: खोला जाएगा। उन्होंने बताया चूंकि आरोपी की पहले गिरफ्तारी नहीं हुई थी, लिहाजा शिनाख्त परेड मुनासिब नहीं है।