अभिषेक मिश्रा/ बिलासपुर
हमीरपुर और कांगड़ा के बाद रविवार को भाखड़ा विस्थापितों की धरती पर पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव के लिए हुंकार भरी। जिला कांग्रेस और वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति पर उखड़े वीरभद्र सिंह ने पार्टी में एकजुटता का संदेश देते हुए दोटूक कह भी दिया कि जो नहीं आए उनका दुर्भाग्य है। मैंने अपना सारा जीवन पार्टी की सेवा में अर्पित कर दिया है। अब चुनाव भी नहीं लडऩा, लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फील्ड में उतरने का सीधा सा मतलब है कि सामूहिक रूप से कार्य करने की जरूरत है।
रविवार को बिलासपुर नगर परिषद प्रांगण में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए वीरभद्र सिंह ने कहा कि यदि आगे बढऩा है, तो सभी को साथ चलना होगा और जो पर्दे के पीछे रहेंगे वे कभी भी आगे नहीं बढ़ सकते। ऐसे में पार्टी हित के लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमने कभी भी द्वेष भावना से कार्य नहीं किया। बल्कि सभी को एकसमान समझा और कांग्रेस की सरकारों के समय भी प्रदेश का एकसमान विकास करवाया है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के बहुत पुराने कार्यकर्ता हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी व पंडित जवाहर लाल नेहरू सहित कई नामचीन हस्तियों के साथ काम करने का अवसर मिला है। स्व. राजीव गांधी ने उन्हें हिमाचल में पार्टी की सेवा करने के लिए भेजा। यहां आकर जनता का अपार समर्थन एवं सहयोग मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री के अनुसार हमेशा ही पॉजिटिव-वे में काम किया और अब तक रही सरकारों के कार्यकाल में केवल कांग्रेस के समय ही हिमाचल में सर्वाधिक विकास के काम हुए हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है। उन्होंने कहा कि छह मर्तबा मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश की सेवा करने का अवसर मिला। सड़कों की बात हो या फिर बिजली व पानी और औद्योगिक क्षेत्रों की, सभी में विकास के अथाह कार्य करवाए गए हैं।