लीलाधर चौहान/ जंजैहली
जंजैहली में टूरिज्म फेस्टिवल में प्राइड ऑफ सराज, मैलोडी ऑफ सराज, क्वीन ऑफ सराज मुख्य आकर्षण रहे, साथ ही आज सरजी नाटी छा गई। प्राइड ऑफ सराज में आज कार्यक्रम स्थल जंजैहली के कटारू के देव कमरुनाग के हरे भरे प्रांगण में एक विशाल नाटी का आयोजन किया गया। जिसमें एक साथ 1500 से अधिक संख्या में महिलाओं तथा इसके अलावा पुरुषों एवं युवाओ ने सामूहिक नृत्य किया। जिसके धुरी यानी विशेष सदस्य के रूप में उपमंडलाधिकारी नागरिक सुरेन्द्र मोहन रहे। इस सामूहिक नृत्य में बाहर से आये पर्यटकों ने भी पहाड़ी नाटी का जी भर कर लुत्फ लिया। लोगों के उत्साह में इस वर्ष पिछले वर्ष से भी अधिक उत्साह देखा जा रहा है।
मैलोडी ऑफ सिराज के अंतिम चरण में 8 प्रतिभागियों में हुआ कडा मुकाबला
बलदेव कुमार, उषा कुमारी, अनिल कुमार, नेत्र सिंह, रविकुमार शांडिल, सुरेन्द्र, खुशवंत, पुष्पा देवी सहित 8 सिराज के प्रतिभागियों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। जिस के पश्चात अंतिम चरण में देर शाम इन के मध्यम अंतिम प्रतिस्पर्धा भी हुई। इस उत्सव में स्थानीय महिला मण्डलों, युवक मण्डलों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। हालांकि पूरा दिन हज़ारो लोगों ने स्थानीय व्यंजनों, प्रदर्शनियों, कला दीर्घाओं में जा कर सिराजी कल्चर का आनन्द लिया। खास तौर पर महिलाओं के वाद्य यंत्रों को बजाने पर लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ।