सुभाष कुमार गौतम /घुमारवीं
विधान सभा क्षेत्र में घुमारवीं भराडी हटवाड जैसे अस्पताल पिछले पांच महीनों से डॉक्टर मुक्त होने लगे हैं। जहाँ पांच-पांच डॉक्टर व विशेषज्ञ होने चाहिए, वहां मात्र एक डॉक्टर रह गया है, जिस कारण जनता त्रस्त हो गई है। अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी के चलते आज वीरवार को घुमारवी कांग्रेस द्वारा सिविल अस्पताल के परिसर में सरकार के खिलाफ डॉक्टरों की कमी को लेकर रोष प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
घुमारवीं के पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज घुमारवीं विधान सभा क्षेत्र के अस्पतालों में बुरा हाल है और स्वास्थ्य सेवाए चरमरा गई है।
लोगों को डॉक्टरों की कमी के कारण हजारो रूपए खर्च करके निजी अस्पतालों में इलाज करवाना पड रहा है। जब सरकार अस्पतालों में रोज गरीब लोगों की लाईनें लग जाती है और सरकार व विधायक मात्र हाथ पर हाथ धरे बैठे तमाशा देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रोजाना 400-500 के बीच भराडी में 250-300 व हटवाड में 100 के लगभग ओपीडी है लेकिन डॉक्टर ना होना एक शर्मनाक विषय है। जबकि यह जिला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का गृह जिला है लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। अगर सरकार 15 दिनों में इस समस्या का कोई हल नहीं करती है तो घुमारवीं कांग्रेस सोई हुई सरकार को नींद से जगाने के लिए राष्ट्रीय मार्ग 103 पर धरना देगी।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता रूढ लोगों द्वारा डॉक्टरों को धमकियां दी गई जिस कारण अस्पतालों में कोई भी डॉक्टर नहीं टिक रहा है व अपने तबादले करवा रहे हैं। जो शर्म की बात है इस मौके पर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष जागीर सिंह घुमारवीं नगर परिषद अध्यक्षा गीता महाजन पूर्व अध्यक्षा रीता सहगल, दिले राम, श्याम लाल, राजेन्द्र, राजीव शर्मा, राज पाल तथा अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।