अभिषेक मिश्रा / बिलासपुर
किसी भी मेले, पर्व या उत्सव का वास्तविक महत्व तभी परिलक्षित होता है अगर उसमें सभी वर्गों के लोगों की समुलियत सुनिश्चित हो। यह हर्ष का विषय है कि घुमारवीं ग्रीष्मोत्सव में आनन्द की अनुभुतियों के लिए सभी आयु वर्ग के लोगों को शामिल करके उत्सव के वास्तविक स्वरूप को प्रस्तुत किया जा रहा है।
यह उदगार उपाध्यक्ष नगर परिषद रीता सहगल ने ग्रीष्मोत्सव के तीसरे दिन आयोजित बेबी शो व बुजुर्ग शो आयोजन पश्चात् व्यक्त करते हुए कहा कि जिला स्तरीय घुमारवीं ग्रीष्मोत्सव सम्भवता प्रदेश का एक मात्र ऐसा उत्सव है जहां सभी वर्गों के मनोरंजन का विशेष ध्यान रखा जाता है। सुखद आश्चर्य यह है कि उत्सव के दौरान आयोजित की जाने वाली सभी स्पर्धाओं के ईनाम विभिन्न भद्र लोगों अथवा संस्थाओं द्वारा प्रायोजित किए जातें है।
ग्रीष्मोत्सव के बेबी शो में एक वर्ष से दो वर्ष की आयु तक के स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता में 25 बच्चों ने भाग लिया जबकि दो वर्ष से पांच वर्ष आयु वर्ग के 18 बच्चों ने हिस्सा लिया। एक वर्ष से दो वर्ष की आयु तक के स्वस्थ शिशु में प्रथम स्थान विरोणिका ने हासिल किया। जबकि दूसरे स्थान के लिए आदविका गौतम को चुना गया और तीसरा स्थान वत्सल ने प्राप्त किया।
दो वर्ष से पांच वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान आदविका, दूसरे स्थान के लिए सार्थक और तीसरे स्थान के लिए दिवांशु को चुना गया। नयन गिफ्ट सैंटर द्वारा विजेता शिशुओं के सहित सभी 43 बच्चों के लिए गिफ्ट प्रायोजित किए गए। बुजुर्गों की म्यूजिकल चेयर स्पर्धा में 9 बुजुर्गों ने भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान हार कुकार के 85 वर्षीय नरैणु ने हासिल किया जबकि दूसरे स्थान पर कसारू के 62 वर्षीय ओमप्रकाश सांख्यान रहे तथा तीसरा स्थान कंरगोडा के 86 वर्षीय गांधी राम ने हासिल किया।
विजेताओं को शाॅल व टोपी भेटं करके सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष नगर परिषद रीता सहगल, पार्षद राकेश चोपडा, बीएमओ केके शर्मा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व स्थानीय गणमान्य लोग भारी संख्या में उपस्थित रहें।