बायोमेडिकल कचरे के प्रबंधन पर आयुर्वेदिक विभाग ने किया एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

रिकांगपिओ/ जीता सिंह नेगी
ज़िला आयुर्वेदिक विभाग की और से आयुर्वेदिक कार्यालय रिकांगपिओ में बायोमेडिकल कचरे के प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ ज़िला आयुर्वेदिक अधिकारी राजेन्द्र शर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रवीण शर्मा प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शिमला के विशेषज्ञ ने बायोमेडिकल कचरे प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी गई।

 आयुर्वेदिक विभाग के एक दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित डॉक्टर

  उन्होंने बायोमेडिकल कचरे को किस प्रकार से रिसायकल करना व अस्पतालों में बायोमेडिकल कचरे को एकत्र कर इसको सुरक्षित स्थानों पर कचरे में डाले ताकि इससे फैलने वाली बीमारियों से भी बचा जा सके, क्यों कि बायोमेडिकल कचरे में कई तरह की बीमारियों का घर होता है। इस कार्यशाला में प्रवीण शर्मा ने सभी जिला आयुर्वेदिक डॉक्टरों से आग्रह किया कि इस अभियान में सभी अधिकारी अपना भरपूर  सहयोग  दें।

 इस एक दिवसीय कार्यशाला में तीनो खंड पूह, कल्पा कि निचार के आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर ,,होम्योपैथी चिकित्सक, फार्मासिस्ट ने भाग लिया। इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन के लिए विभाग को बजट मिला है। जिसे शीघ्र ही जिला के 11 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियों को डस्टबीन व गड्ढे खोदने के लिए राशि आवंटन किया जाएगा।


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