हमीरपुर(एमबीएम न्यूज़): विधायक राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा विधानसभा में पेश किए गए अपनी सरकार के पहले बजट को आंकड़ों का मकडज़ाल करार देते हुए कहा है कि इस बजट ने महिलाओं, युवाओं, किसानों, बागवानों सहित हर वर्ग की उम्मीदों को तोड़ा है।
बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजेंद्र राणा ने कहा कि इस बजट में न तो युवाओं को रोजगार देने के लिए किसी ठोस नीति की चर्चा की गई है और न ही महिलाओं के हाथ कुछ खास लगा है। पुरानी सरकार योजनाओं के नाम बदलकर ही लोगों को भ्रम में डालने की कोशिश की गई है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि इस बजट में प्रदेश को विकास के मोर्चे पर आगे ले जाने और खुशहाल बनाने के लिए सरकार का कोई विजन नहीं झलकता और न ही भाजपा ने अपने चुनावी वायदों को पूरा करने की प्रतिबद्धता इस बजट में दर्शाई है।
वहीं दूसरी ओरपूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री, जय राम ठाकुर द्वारा विधान सभा में प्रस्तुत 2018-19 के बजट को संतुलित, प्रगतिशील करार देते हुये कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सर्वहितकारी बजट जहां समाज के प्रत्येक वर्ग को राहत देगा वहीं विकास की गति को भी तेज करेगा।
प्रो धूमल ने कहा कि कृषि, बागवानी, पुष्प उत्पादन, पशुपालन, मत्स्य पालन आदि को महत्व देते हुये ग्रामीण हिमाचल की आर्थिकी को सुदृढ़ करने का एक सराहनीय प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को सस्ती बिजली उपलब्ध करवाना जहां समय की पुकार है वहीं पॉलीहाऊस के लिये उपदान की राशि बढ़ाना और सेब राज्य, फल राज्य आगे चलकर अब प्रदेष को पुष्प राज्य के तौर पर विकसित करने का प्रयास प्रशसनीय है। बागवानों को हेलनैट पर सबसिडी देना और उससे भी ज्यादा एन्टीहेलगन के लिये उपदान का प्रावधान किसान बागवान को बहुत बड़ी राहत होगा।
प्रो धूमल ने कहा कि प्रदेष में औद्योगिक विकास के लिये जहां पहले ही स्थापित छोटे, मझोले और बड़े उद्योगों को राहत दी गई है वहां उनके साथ -साथ नए स्थापित होने वाले उद्योगों के लिये भी राहत देने का एक स्वागत योग्य प्रस्ताव है । उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, सड़क निर्माण, परिवहन, बिद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये किये गए प्रावधान स्वागत योग्य हैं और इससे प्रदेश का चहूंमुखी विकास होगा ।