बद्दी(एमबीएम न्यूज़ ): औद्योगिक नगर बरोटीवाला के निकट अल्ट्राटैक फार्मासिटीकल कंपनी के मजदूरों आज भी सडक़ वेतन से मरहुम है। उन्होने जहां उद्योग प्रबंधकों के रवैये के कारण दिवाली तक नहीं मनाई थी वहीं कई घरों में तो दिए तक नहीं जले थे। मजदूरों का आरोप है कि इस बार की दिवाली काली दिवाली के रुप में मनाइ गई है। बोनस व वेतन न मिलने से गुस्साए मजदूरों ने मंगलवार को बरोटीवाला के टिपरा गांव से श्रम विभाग तक पांच किलोमीटर पैदल रोष रैली निकाली। सीटू के वरिष्ठ नेता एनडी रनोट ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कंपनी में 250 कामगार कार्य करते हैं।
प्रबंधकों द्वारा अधिकतर कामगारों को श्रम कानूनों के तहत न्यूनतम, वार्षिक बोनस, छुटिटयां, पे-स्लिप, लीव कार्ड व पहचान पत्र तक नहीं दिए गए। कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष विनोद कुमार, महासचिव पवन नेगी, सचिव चरण दास, कोषाध्यक्ष सतीश कुमार व सदस्य विपिन कुमार तथा सुनील दत्त ने कहा कि मजदूर लंबे समय से इन श्रम कानूनों को लागू करने की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं परंतु श्रम विभाग व उद्योग इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मजदूरों ने सीटू के नेतृत्व में अपना संगठन बनाकर हडताल शुरु कर दी थी जो कि आज तक जारी रही। उन्होने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती तब तक यह हडताल जारी रहेगी। इसी से दुखी होकर आज कंपनी के मजदूरों ने श्रम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी से परिसर गूंजा दिया। मजदूरों ने कहा कि इतिहास में पहली बार उन्होने काली दीवाली मनाई थी और अपने घर वेतन-बोनस तो क्या मिठाई का डिब्बा भी नहीं ले पाए इसकी शिकायत श्रम विभाग को कई बार की गई लेकिन वहां से भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
उन्होने कहा कि श्रम विभाग जब कोई कार्यवाही ही नहीं करता तो उद्योगपतियों का शोषण ऐसे ही बदस्तूर जारी रहेगा। उन्होने कहा कि अगर अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह आंदोलन तेज करने पर मजबूर हो जाएंगे। इस विषय में श्रम अधिकारी बद्दी मनीष करोल ने बताया कि हमने संबधित उद्योगपति को मजदूरों के वेतन व बोनस के भुगतान के आदेश दे दिए हैं और अगर वह नहीं मानता तो हम मामले को कोर्ट में भेज देंगे।