पच्छाद : 160 स्कूलों में 13868 बच्चों में लगाए खसरा-रूबैला के टीके

नाहन(एमबीएम न्यूज़): सिरमौर जिला के पच्छाद मेडिकल ब्लॉक के अन्तर्गत आने वाले 160 स्कूलों में 13868 बच्चों को खसरा-रूबैला के टीके लगाए जा चुके हैं तथा इस मेडिकल ब्लॉक में खसरा-रूबैला टीकाकरण अभियान प्रगति पर है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा0 यशवंत चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि मेडिकल ब्लॉक के अन्तर्गत कुल 418 सरकारी व निजी स्कूल आते हैं जिनमें 15 वर्ष तक की आयु वर्ग के कुल 27051 बच्चे शिक्षा ग्रहण  हैं।

       उन्होंने बताया कि गत 30 अगस्त  से आरंभ हुए खसरा-रूबैला टीकाकरण अभियान के दौरान  सात सिंतबर तक 160 स्कूलों में टीकाकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शेष 258 स्कूलों में आगामी 9 अक्तूबर तक सभी 15 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को टीके लगाने का कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा। डा0 यशवंत ने बताया कि इस अभियान को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए 40 टीमें गठित की गई है जिनमें से 16 टीमें राजगढ़ क्षेत्र में और 24 टीमें सरांह क्षेत्र में तैनात की गई है।

       उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम में प्रशिक्षित बहुददेशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के अतिरिक्त आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल है। इन टीमों पर निगरानी रखने के लिए पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। खसरा-रूबैला के टीके केवल स्कूलों में ही लगाए जा रहे है इस कार्यक्रम के तहत घर-घर जाकर टीके नहीं लगाए जाएगें।

       टीके करने के लिए स्कूल में अलग कमरे का प्रावधान किया गया है और यदि किसी बच्चे की टीकाकरण के उपरांत कुछ तबीयत खराब होती है तो उसके उपचार के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं।उन्होंने सभी अभिभावकों से आग्रह किया है कि वह अपने बच्चों अनिवार्य रूप से खसरा-रूबैला के टीके लगवाऐं ताकि इन बिमारियों से बच्चें के स्वास्थ्य पर कोई कुप्रभाव न पड़े।

       बीएमओ ने कहा कि खसरा एक जानलेवा रोग है, जोकि वायरल द्वारा फैलता है जिससे बच्चों में विकलांगता तथा कई बार असमायिक मृत्यु भी हो जाती है। इसी प्रकार रूबैला एक संक्रामक रोग है यह भी वायरल द्वारा फैलता है इसके लक्षण खसरा जैसे होते है। उन्होंने बताया कि यदि गर्भवती महिला शुरूआती दौर में  इन रोगों से संक्रमित हो जाए तो उसके भ्रूण अथवा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।


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