हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : गौना में विभाग द्वारा मान खड्ड के पानी को एक किनारे पर रोक कर उठाउ पेयजल योजना के लिए भूमि के अंदर पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए बनाई गई दीवार बरसात के पानी में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिससे विभाग की यह योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है। मामले की जानकारी देते हुए आसपास के लोगों किशोरीलाल, ज्ञान चंद, राम स्वरूप, विधि चंद, निर्मला देवी, सुषमा देवी, सुमन, मनोज, राकेश, राजेश आदि ने बताया कि आईपीएच विभाग द्वारा गौना तथा आसपास के क्षेत्र के लिए स्थापित उठाउ पेयजल योजना में विशेष तौर पर गर्मियों में पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए योजना के साथ खडड में एक दीवार बनाई गई थी। परंतु हैरानी की बात यह है कि करीब आठ लाख रूपय की लागत से बनी दस फुट गहरी तथा आठ इंच चौड़ी यह दीवार पहली बरसात में ही मान खडड के बहाव को ना झेल पाई।
लोगों का कहना है कि विभाग के लोगों को भी इस बात का पता है कि बरसात में इस खडड में पानी किस तरह से तबाही मचाता है परंतु फिर भी इसे ध्यान में रखते हुए इतनी कमजोर दीवार खडड के बीचों बीच क्यों बनाई गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस योजना से आसपास के क्षेत्र के कई गांवों में पेयजल आपूर्ति की जाती है। और गर्मियों के मौसम में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए ही यह समाधान किया गया था। कुछ दिन पूर्व ही जब खडड ने रौद्र रूप धारण किया था तो खड्ड के किनारे बनी इस योजना में भी पानी घुस गया था जबकि खडड में बनी यह दीवार भी पूरी तरह से धराशायी हो गई। इसके उपरांत कई दिनों तक पेयजल आपूर्ति भी बाधित रही। लोगों ने मांग की है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
इस संबंध में विभाग के एसडीओ हरभजन सिंह ने बताया कि दीवार बनाने का प्रारूप फिर से भेजा गया है।