बद्दी(एमबीएम न्यूज़ ): घरों में शौचालय न होने पर प्रशासन बिजली पानी कनेक्शन काटने की धमकी देता है लेकिन अगर सार्वजनिक शौचालय बनाने के बावजूद शुरु न हो तो दोषी कौन होगा। प्रदेश व केंद्र सरकार प्रदेश को खुला शौचमुक्त बनाने का दम भरती है लेकिन बद्दी में उल्टी गंगा बहती नजर आ रही है। बीबीएन विकास प्राधिकरण की एक छोटी सी लापरवाही से सैंकडों लोगों में नदी में शौच जाने पर मजबूर होना पड रहा है।
बीबीएन विकास प्राधिकरण ने सनसिटी रोड पर टोल बैरियर के निकट 20 लाख रुपये से सुलभ शौचालय का निर्माण कराया था। इसका मकसद था हिमाचल के प्रवेश द्वार पर रुकने वाले ट्रक चालकों-सह चालकों व वहां के दुकानदारों को शौचालय की सुविधा मिले। यह शौचालय आधुनिक शौचालयों में गिना जाता है तभी लाखों की कीमत से बना है।
इसकी खासियत यह है कि इसके नल आटोमैटिक सैंसर से चलते हैं और आने जाने वाले राहगीरों को नहाने की व्यवस्था भी इसमें की गई थी। लोगों ने इसको लेकर बहुत खुशी जताई थी लेकिन लभगग छह माह बीत जाने के बाद भी इस खुशी को पंख नहीं लगे। परिणामस्वरुप लोगों को शौचालय के बिल्कुल साथ लगती नदी में शौच के लिए जाना पड रहा है।
23 मार्च 2017 को विभाग ने सनसिटी रोड टोल बैरियर बाथररुम का कार्य पूर्ण कर लिया था। बाथरुम तो बनकर तैयार हो गया था लेकिन छह माह बाद भी उसको पानी का कनेक्शन नहीं हो सका। फिर बाद में विभाग ने आईपीएच का कनेक्शन न होने पर अपना ही बोरवैल करवाने की सोची लेकिन वो भी आज तक परवान नहीं चढ़ सकी है।
बद्दी विकास मंच के अध्यक्ष बेअंत सिंह ठाकुर, पूर्व पार्षद सुनीता चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता अनुभव अग्रवाल, हिमालया जनकल्याण समिति के उपाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, महामंत्री कमलेश धीमान, कोषाध्यक्ष भारत ठाकुर, किसान सेवा समिति के अध्यक्ष संजीव कौशल ने कहा कि क्या विभाग ने इस बाथरुम को सिर्फ दिखाने के लिए बनाया था या किसी नेता ने इसका फीता काटना है।
लोग परेशान हो रहे हैं और अधिकारी आराम फरमा रहे हैं। बीबीएन के विकास की चिंता किसी को नहीं है। वहीं दूसरी ओर बीबीएनडीए के डिप्टी सीईओ राजीव कुमार ने कहा कि इस बाथरुम के साथ बोरवैल करवा कर इसको शीघ्र चालू कर दिया जाएगा। बीबीएनडीए लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलबध कराने को बचनबद्व है।