कुल्लू (एमबीएम न्यूज़ ): जिला रैडक्राॅस सोसाइटी ने जिला के नेत्रहीन या दृष्टि बाधित बच्चों को दुनिया के रंग दिखाने का एक और प्रयास किया है। जिला के ऐसे चिन्हित बच्चों की आंखों की रोशनी लौटने की संभावनाओं का पता लगाने और उनके बेहतरीन उपचार के लिए सोसाइटी ने सर्वशिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, स्वास्थ्य विभाग, इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज प्रशासन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहयोग से एक विशेष पहल की है।
इसी पहल के तहत रविवार को जिला के क्षेत्रीय अस्पताल में नेत्रहीन या दृष्टि बाधित बच्चों के लिए एक विशेष जाँच शिविर लगाया गया। इस विशेष शिविर में इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज शिमला से आई विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम व क्षेत्रीय अस्पताल के नेत्र चिकित्सकों ने लगभग 130 नेत्रहीन या दृष्टि बाधित बच्चों की जाँच की। जाँच के दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चों के उपचार व सर्जरी की संभावनाओं का पता चला है।
शिविर में विशेष रूप से उपस्थित जिला रैडक्राॅस सोसाइटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त यूनुस ने बताया कि जिला में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा नेत्रहीन या दृष्टि बाधित बच्चों की आंखों की रोशनी लौटने व उनके उपचार की सभी संभावनाओं का पता लगाया जाएगा। अगर विशेषज्ञ डाक्टरों को नेत्रहीन या दृष्टि बाधित बच्चों का जीवन बदलने की कुछ भी उम्मीद दिखाई देती है तो इन बच्चों के लिए यह जीवन की सबसे बड़ी सौगात होगी।
जिला रैडक्राॅस सोसाइटी इन बच्चों की संभावित सर्जरी, अन्य इलाज या मनोवैज्ञानिक उपचार के लिए हरसंभव सहायता करेगी। जाँच के लिए क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे इन बच्चों में सारेगामापा लिटल चैंप स्पर्धा में भाग ले रही पायल ठाकुर भी शामिल थी। उपायुक्त ने कहा कि रैडक्राॅस सोसाइटी हमेशा गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए आगे रहती है। इसी तरह नेत्रहीन या दृष्टि बाधित बच्चों का जीवन बदलने के लिए सोसाइटी ने विशेष जाँच शिविर आयोजित किया है।
जिला के अन्य स्थानों पर भी इस तरह के शिविर लगाए जाएंगे। शिविर के दौरान आईजीएमसी के नेत्र चिकित्सा विभाग के प्रोफैसर डा. रामलाल, डा. साद रिजवी, क्षेत्रीय अस्पताल की डा. नेहा और नेत्र चिकित्सा विज्ञान अधिकारी कर्ण सिंह गुलेरिया ने बच्चों की आंखों की जांच की। इस मौके पर सीएमओ डा. सुशील चंद्र शर्मा, रैडक्राॅस सोसाइटी के सचिव वीके मोदगिल, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के समन्वयक डा. सुनील कुमार, एसएसए के समन्वयक सुरेश शर्मा, तहसील कल्याण अधिकारी जीएल शर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।